Historic Radio Station "Akashwani Chhatarpur" M.P. (Hindi).

 मैं आकाशवाणी का छतरपुर केंद्र हूं, आज सुनिए 46 साल का सफरनामा..........

स्थापना दिवस:- रेडियो पर फरमाइशी गाने, प्रोग्राम के लिए छतरपुर आकाशवाणी केंद्र में अब भी आती है चिट्टियां.




*1970 में हुई थी इस रेडीओ स्टेशन की स्थापना, डेढ़ करोड़ लोग जुड़े हैं इस रेडियो स्टेशन से जिनमें म.प्र. - उ.प्र. में 11 जिले शामिल है*




मैं आकाशवाणी का छतरपुर केंद्र हूं.....7 अगस्त 1976 से लगातार काम कर रहा हूं। रविवार को मेरी उम्र 46 वर्ष हो चुकी है, चार दशक के सफर में मध्य प्रदेश - उत्तर प्रदेश के 11 जिलों के 1.5 करोड़ लोगों का भरोसा मैंने जोड़ रखा है। इंटरनेट के युग में आज भी दूर-दराज गांवो में रेडियो पर आकाशवाणी सुनाता हूं। नए युग के युवाओं तक अपनी पहुंच बनाने मैंने रेडियो से मोबाइल में 'न्यूज़ ऑन एयर' एप तक सफर तय किया है। अपने जन्मदिन पर मैं अब तक तय किया सफर आप लोगों को बता रहा हूं, कि कैसे बुंदेलखंड में बुंदेली लोक संस्कृति को बढ़ावा देने मैंने रात-दिन एक कर दिए....।




लोगों की भेजी हुई 10,000 से ज्यादा चिट्टियां रखी हुई है।

रोजाना सुबह 5:55 से रात 11:00 बजे तक मध्य प्रदेश के छतरपुर, पन्ना, सागर, टीकमगढ़, दमोह व उत्तर प्रदेश के झांसी, ललितपुर, बांदा, हमीरपुर, महोबा, जालौन जिले के सुदूर ग्रामीण अंचल में आकाशवाणी छतरपुर का प्रसारण होता है। इसमें मनोरंजन के साथ सुदूर ग्रामीण अंचल में सूचना, शिक्षा का प्रसार किया जाता है। जब आज लोग अपनों को चिट्ठियां नहीं लिख पाते हैं, ऐसे समय में हमारे केंद्र में लोगों की चिट्ठी आती हैं लोगों की भेजी हुई 10000 से छुट्टियां रखी हुई हैं।



अब नया नाम 'आकाशवाणी मध्यप्रदेश'

7 अगस्त 1976 को म.प्र. के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्यामचरण शुक्ल और भारत सरकार के सूचना प्रसारण मंत्री विद्याचरण शुक्ल ने इस केंद्र का शुभारंभ किया था। 10 जुलाई से प्रदेश के छह आकाशवाणी केंद्र छतरपुर,भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, रीवा, जबलपुर को क्लब कर नया नाम 'आकाशवाणी मध्य प्रदेश' दिया गया है। अब आकाशवाणी छतरपुर को एक निश्चित समयावधि में सुना जा रहा है। इसके सभी लोकप्रिय कार्यक्रम बदस्तूर चल रहे हैं।



लोकप्रिय कार्यक्रम

मेरे लोकप्रिय कार्यक्रम है:- रोजाना वंदना (भक्ति संगीत), हिंदी कार्यक्रम (वार्ता, काव्यपाठ), बुंदेली रसधारा (बुंदेली कला, सांस्कृतिक साहित्यिक कार्यक्रम)। प्रत्येक शुक्रवार को बुंदेलखंड की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक धरोहरो पर आधारित साप्ताहिक कार्यक्रम हमारा बुंदेलखंड प्रसारित होता है। बुंदेली लोकगीतों का कंपीयर्ड कार्यक्रम लोकरंग, सबरंग, परिक्रमा, शाम को युवाओं के लिए युवा वाणी, ग्रामीणों के लिए ग्राम सभा का प्रसारण होता है। इसके अलावा फोन इन कार्यक्रम भी है, जिनमें मंगलवार को फोन करें और गीत सुने। रविवार को हैलो फरमाइश, शनिवार को हेलो लोकरंजन मे बुंदेली लोकगीत, शनिवार को नारी जगत, हैलो सहेली, गुरुवार को युव वाणी, हैलो फ्रेंड्स, बुंदेली लोकगीतों का फरमाइशी फोन इन कार्यक्रम रमतूला सबसे ज्यादा पसंद किए जाते हैं।



"आशा करता हूं, आप मुझे हमेशा याद रखेंगे क्योंकि मैं आपके लिए सदैव तत्पर हूं।" आकाशवाणी केंद्र छतरपुर


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